जिंदगी तुम बिन अधूरी है पर साँस लेना भी ज़रूरी है
जानता हूँ रोज़ जी जी के मरना है ज़हर फिर ये रगो में भरना है
माना के तुम नही आओगे अब कभी फिर भी उम्मीद दिल से पूरी है
करेंगे तेरा इंतज़ार मरते दम तक बस एक तेरे दिल से दूरी है
ले लो आगोश में अपने मुझको भुला दो सारे इन ग़मों को
मिटा दो अब तो ये जो दूरी है......
क्योंकी ये जिंदगी तुम बिन अधूरी है....
Saturday, May 23, 2009
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